PM-KISAN 20th Installment 2025 :- उत्तर प्रदेश के रायबरेली के एक छोटे किसान राजेश यादव बताते हैं, “खरीफ की बुवाई में सबसे बड़ी टेंशन होती है – बीज, खाद और मजदूरी का इंतजाम। सरकार की यह किश्त हमारे लिए किसी दवा से कम नहीं होती।”
ऐसे ही लाखों किसान आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) की 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां देश की बड़ी आबादी आज भी खेती-किसानी पर निर्भर है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा कृषि से आता है, लेकिन इसके बावजूद किसानों की आर्थिक स्थिति हमेशा से चिंता का विषय बनी रही है। फसलों की लागत बढ़ रही है, प्राकृतिक आपदाएं नुकसान पहुंचा रही हैं, और बाजार में उपज की सही कीमत मिलना भी एक चुनौती बन चुका है। ऐसे में छोटे और सीमांत किसानों के लिए खेती एक जोखिम भरा काम बन गया है।
इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में एक ऐतिहासिक और लाभकारी योजना की शुरुआत की – जिसका नाम है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को सीधी नकद सहायता देना है, जिससे वे खेती के जरूरी कार्य जैसे – बीज, खाद, सिंचाई, उपकरण या दैनिक जरूरतें पूरी कर सकें।
PM-KISAN योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार पात्र किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता देती है, जिसे तीन किस्तों में उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर (DBT) किया जाता है। यह योजना न केवल आर्थिक सहारा देती है, बल्कि इससे किसानों में सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की भावना भी जागती है।
साल 2025 में सरकार अब तक योजना की 19 किस्तें जारी कर चुकी है और अब किसान 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह किस्त उस समय आ रही है जब किसानों को खरीफ सीजन की बुआई, खाद, बीज और अन्य कृषि कार्यों के लिए पैसों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में यह 20वीं किस्त उनके लिए एक महत्वपूर्ण राहत लेकर आएगी।
इस लेख में हम आपको PM किसान योजना की 20वीं किस्त से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी देंगे – जैसे कि इस बार किसे मिलेगा पैसा, कितनी राशि मिलेगी, किन कारणों से पैसा रुक सकता है, eKYC की अनिवार्यता, स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया, और बहुत कुछ।
यदि आप किसान हैं या किसी किसान परिवार से हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी है।
PM किसान योजना क्या है?
PM-KISAN 20th Installment 2025 :- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी और क्रांतिकारी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। यह योजना फरवरी 2019 में शुरू की गई थी और तभी से अब तक यह करोड़ों किसानों की जिंदगी को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर चुकी है।
इस योजना के तहत सरकार देशभर के पात्र किसानों को प्रत्येक वर्ष ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह राशि तीन समान किश्तों में दी जाती है — यानी हर चार महीने में ₹2000, जो सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। यह प्रक्रिया Direct Benefit Transfer (DBT) प्रणाली के अंतर्गत होती है, जिससे बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं रहती और पैसा सीधे लाभार्थी तक पहुंचता है।
PM-KISAN योजना की सबसे बड़ी खूबी इसकी पारदर्शिता और सरलता है। किसान को किसी कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ते, और न ही किसी अधिकारी को रिश्वत देनी होती है। आवेदन से लेकर भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है, जिससे योजना में भ्रष्टाचार की गुंजाइश ना के बराबर है।
सरकार इस योजना के माध्यम से यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसान:
- बीज, खाद, कीटनाशक और सिंचाई के लिए आवश्यक सामग्री खरीद सके,
- अपने खेत में आधुनिक तकनीक अपना सके,
- और खेती के अलावा अपनी अन्य घरेलू जरूरतों को भी पूरा कर सके।
यह योजना खासतौर पर छोटे और सीमांत किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिनकी भूमि जोत बहुत कम होती है और जो मौसम, बाजार व आर्थिक दबावों से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
वर्तमान समय में जब किसान खर्च बढ़ने और फसलों के सही दाम ना मिलने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, ऐसे में यह योजना एक आर्थिक सुरक्षा कवच की तरह काम कर रही है।
संक्षेप में कहें तो, PM किसान योजना न केवल किसानों को थोड़ी राहत देती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में भी प्रेरित करती है।
20वीं किस्त क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक 19 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। अब किसान भाइयों की नजरें 20वीं किस्त पर टिकी हैं, जो सरकार द्वारा जल्द ही जारी की जाने वाली है। यह किस्त केवल एक रकम भर नहीं, बल्कि किसानों की जरूरत के समय पर मिलने वाली आर्थिक राहत है।
भारत में किसान सालभर दो प्रमुख सीजन में खेती करते हैं – रबी और खरीफ। जुलाई और अगस्त का समय खरीफ फसलों की बुआई, खाद डालने और सिंचाई के लिए सबसे अहम होता है। ऐसे में इस समय दी जाने वाली यह ₹2000 की किस्त किसानों के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं होती।
यह किस्त क्यों खास है?
- खेती के लिए मददगार समय: यह किस्त उस समय मिलती है जब किसान बीज, खाद, डीजल और मजदूरी जैसी लागत झेल रहे होते हैं।
- फसल उत्पादन में सहायक: आर्थिक मदद मिलने से किसान खेती को समय पर और बेहतर तरीके से कर पाते हैं, जिससे उपज भी अच्छी होती है।
- मौसमी अस्थिरता से राहत: मॉनसून के समय खेती का जोखिम बढ़ जाता है, ऐसे में यह मदद एक सुरक्षा कवच की तरह काम करती है।
आंकड़ों की नजर से:
सरकार अब तक इस योजना के तहत ₹3 लाख करोड़ से ज्यादा राशि किसानों को दे चुकी है। 20वीं किस्त इस क्रम को आगे बढ़ाएगी और लाखों किसानों के चेहरे पर सुकून और मुस्कान लाएगी।
इसलिए, सिर्फ ₹2000 की रकम समझने के बजाय इसे एक नींव का पत्थर मानिए, जो सरकार और किसान के बीच आत्मीयता और सहयोग का प्रतीक बन चुकी है।
20वीं किस्त कब आएगी?
देशभर के किसान भाई 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, और सवाल यह है कि यह किस्त कब उनके बैंक खाते में आएगी? केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन पिछले पैटर्न को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है।
किस्त जारी होने का संभावित समय:
पिछली किस्तें आमतौर पर हर चार महीने में जारी की जाती हैं:
- 18वीं किस्त: फरवरी 2025 में आई
- 19वीं किस्त: अप्रैल 2025 में आई
इस हिसाब से 20वीं किस्त की संभावित तारीख जुलाई के अंतिम सप्ताह से लेकर अगस्त के पहले सप्ताह तक मानी जा रही है।
सरकार की ओर से क्या तैयारी है?
- डेटा वेरिफिकेशन तेजी से चल रहा है।
- जिन किसानों की eKYC, आधार लिंकिंग और बैंक डिटेल्स सही हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
- राज्यों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाएं।
इसलिए यदि आपने समय पर eKYC और अन्य आवश्यक अपडेट नहीं किए हैं, तो अभी भी मौका है — क्योंकि सरकार सिर्फ उन्हीं किसानों को पैसा देगी जिनका रिकॉर्ड सही और अद्यतन है।
पात्रता कौन रखता है?
पात्रता कौन रखता है? (विस्तारित विवरण)
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) का लाभ हर किसी को नहीं मिलता। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए है जो वास्तव में खेती पर निर्भर हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है। सरकार ने इस योजना के लिए कुछ स्पष्ट पात्रता मानदंड तय किए हैं, जिससे सही और जरूरतमंद किसानों तक ही यह सहायता पहुंचे।
पात्र किसान कौन हैं?
वे किसान जो नीचे दिए गए सभी मानदंडों पर खरे उतरते हैं, वे इस योजना के लिए पात्र माने जाते हैं:
- भूमि के मालिक किसान: उनके नाम पर जमीन का रजिस्टर्ड दस्तावेज़ होना चाहिए।
- छोटे और सीमांत किसान: जिनके पास 2 हेक्टेयर (लगभग 5 एकड़) या उससे कम कृषि भूमि है।
- भारतीय नागरिक: किसान का नागरिकता प्रमाण भारत का होना चाहिए।
- आधार कार्ड अनिवार्य: आवेदन करते समय आधार से लिंक होना जरूरी है।
- बैंक खाता: लाभ सीधे बैंक खाते में आता है, इसलिए खाता अनिवार्य है और वह DBT से जुड़ा होना चाहिए।
- eKYC पूरी होनी चाहिए: 2023 से सरकार ने eKYC अनिवार्य कर दिया है, बिना इसके पैसा नहीं आएगा।
अपात्र किसान कौन हैं?
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना का लाभ सिर्फ जरूरतमंद किसानों को मिले, इसलिए कुछ वर्गों को इससे बाहर रखा गया है:
| श्रेणी | विवरण |
|---|---|
| सरकारी कर्मचारी | केंद्र या राज्य सरकार में कार्यरत व्यक्ति |
| आयकरदाता | जिन किसानों ने पिछले वित्तीय वर्ष में इनकम टैक्स भरा है |
| पेंशनधारी | जिन्हें ₹10,000 या उससे अधिक मासिक पेंशन मिलती है |
| प्रोफेशनल्स | डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सीए आदि |
| जन प्रतिनिधि | सांसद, विधायक, नगर प्रमुख, जिला प्रमुख आदि |
ध्यान दें: यदि परिवार के किसी सदस्य को भी इन अपात्र वर्गों में गिना गया है, तो पूरे परिवार को योजना से बाहर कर दिया जाएगा।
क्या आपने पात्रता की जांच की है?
अगर आप योजना के लाभार्थी बनना चाहते हैं, तो निम्नलिखित दस्तावेज़ ज़रूर जांच लें:
- भूलेख/जमीन का प्रमाण
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर (SMS अलर्ट के लिए)
- eKYC स्टेटस
यदि आपके दस्तावेज़ सही और अपडेटेड हैं, और आप ऊपर बताई गई सभी पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं, तो आप 20वीं किस्त पाने के पूरे हकदार हैं।
ई-केवाईसी अनिवार्य है
प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किस्त प्राप्त करने के लिए अब eKYC यानी इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी अनिवार्य कर दी गई है। पहले केवल आधार और खाता नंबर से काम चल जाता था, लेकिन अब सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि पैसा सही और वास्तविक किसान के खाते में ही जाए।
eKYC क्यों जरूरी है?
- फर्जीवाड़ा रोकने के लिएकई मामलों में देखा गया कि एक ही किसान के नाम पर दो बार आवेदन किया गया या अपात्र लोगों ने लाभ ले लिया। eKYC से यह रोका जा सकता है।
- आधार और बैंक खाते का सही लिंक सुनिश्चित करने के लिए
- तेजी से भुगतान प्रक्रिया के लिए
eKYC कैसे करें?
ऑनलाइन प्रक्रिया (घर बैठे मोबाइल से करें):
- https://pmkisan.gov.in पर जाएं
- होमपेज पर “eKYC” का विकल्प चुनें
- आधार नंबर दर्ज करें
- OTP प्राप्त करें और दर्ज करें
- “Submit” पर क्लिक करें
CSC सेंटर से (अगर ऑनलाइन नहीं हो रहा):
- नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाएं
- आधार कार्ड और मोबाइल नंबर दें
- ऑपरेटर eKYC पूरा कर देगा
ध्यान रखें: eKYC पूरी नहीं होने पर किस्त रोक दी जाती है और वह तब तक नहीं मिलती जब तक eKYC सफल न हो।
20वीं किस्त का स्टेटस कैसे चेक करें?
किस्त आई है या नहीं, यह जानने के लिए किसान PM-KISAN पोर्टल पर स्टेटस चेक कर सकते हैं:
प्रक्रिया:
- https://pmkisan.gov.in वेबसाइट पर जाएं
- “Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करें
- आधार नंबर या मोबाइल नंबर या बैंक अकाउंट नंबर दर्ज करें
- “Get Data” पर क्लिक करें
- अब आपकी सभी किस्तों की डिटेल्स दिखाई देंगी – जिसमें 20वीं किस्त भी शामिल होगी।
बैंक खाते में पैसा नहीं आया? तो यह कारण हो सकते हैं:
कई बार किसान शिकायत करते हैं कि पैसा नहीं आया। इसके पीछे ये वजहें हो सकती हैं:
- eKYC अधूरी
- नाम आधार से मेल नहीं खा रहा
- बैंक खाता बंद या फ्रीज़ हो चुका है
- IFSC कोड गलत
- डुप्लीकेट आवेदन
इसलिए सुनिश्चित करें कि आपकी सभी जानकारी सही हो और समय रहते eKYC अपडेट करें।
हेल्पलाइन नंबर
अगर आपको कोई समस्या आ रही है तो आप इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
- PM-KISAN टोल फ्री नंबर: 1800-115-526
- हेल्पलाइन नंबर: 155261, 011-24300606
- ईमेल: pmkisan-ict@gov.in
किसानों की राय
देशभर के किसानों का मानना है कि:
यह योजना छोटी जरूरतों के लिए बहुत उपयोगी है
बुआई के समय पैसा मिलने से बोआई का काम आसान होता है
कुछ किसान चाहते हैं कि ₹6000 की राशि को बढ़ाकर ₹12,000 किया जाए
निष्कर्ष
PM किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक बेहद प्रभावशाली योजना है जिसने करोड़ों किसानों को राहत पहुंचाई है। इसकी 20वीं किस्त एक और कदम है किसानों की आर्थिक मजबूती की ओर। अगर आपने अभी तक eKYC नहीं कराया है या स्टेटस चेक नहीं किया है, तो तुरंत करें — ताकि आपको भी समय पर यह सहायता मिल सके।
यह योजना छोटे किसानों की आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत पहल है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. 20वीं किस्त कब तक आएगी?
उत्तर: जुलाई-अगस्त 2025 तक किसानों के खाते में ₹2000 ट्रांसफर हो सकते हैं।
Q2. अगर eKYC नहीं की तो क्या पैसा मिलेगा?
उत्तर: नहीं, eKYC अनिवार्य है। बिना इसके पैसा नहीं आएगा।
Q3. स्टेटस चेक करने के लिए कौन सी जानकारी चाहिए?
उत्तर: आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर।
Q4. मेरी पिछली किस्तें मिली हैं, पर अभी नहीं मिली?
उत्तर: eKYC, नाम, IFSC या अकाउंट में कोई त्रुटि हो सकती है।
Q5. क्या यह योजना सब किसानों के लिए है?
उत्तर: नहीं, केवल पात्र किसानों के लिए जो आयकरदाता नहीं हैं।
